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पण्डित बनारसीदास चतुर्वेदी

जन्म : 24 दिसम्बर, 1892 को फीरोजाबाद (उ.प्र.) में एक ग्राम शिक्षक पं. गणेशीलाल चौबे के घर।

शिक्षा : इंटरमीडिएट 1913 में।

पहले स्कूल-शिक्षक, फिर छह वर्ष इंदौर के राजकुमार कॉलेज में, तदनन्तर चार वर्ष अहमदाबाद में गांधीजी के गुजरात विद्यापीठ में हिन्दी अध्यापन।

विद्यार्थी रहते हुए ही लेखन-प्रकाशन। कुछ साल स्वतंत्र पत्रकारिता। सन् 1927 में विशाल भारत (कोलकाता) के संस्थापक सम्पादक। बाद में पाक्षिक लघु पत्रिका मधुकर (टीकमगढ़) का सम्पादन।

सृजन : फिजी द्वीप में मेरे 21 वर्ष (फीजी से लौटे गिरमिटिया पं. तोताराम सनाढ्य की आपबीती) प्रवासी भारतवासी सहित कई पुस्तकें प्रकाशित। शहीद ग्रंथावली का सम्पादन।
1945 में अ.भा. हिन्दी पत्रकार सम्मेलन और 1955 में भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष।

बारह वर्ष (1952–64) तक पहले विन्ध्यांचल प्रदेश और फिर मध्य प्रदेश की ओर से राज्यसभा सदस्य।

1959 और 1966 में सरकारी निमंत्रण पर सोवियत रूस की साहित्यिक-यात्रा ।

क्रान्तिकारी शहीदों के परिवारों को आर्थिक सुरक्षा दिलाने और दिवंगत साहित्यकारों की कीर्तिरक्षा करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका। श्रमजीवी पत्रकारों की आर्थिक-बौद्धिक सुदशा व उन्नति के लिए वे आजीवन प्रयत्नशील रहे।

देहान्त : जन्म-स्थान में ही 2 मई, 1985 को।

अमर शहीद अशफाक उल्ला खाँ

पण्डित बनारसीदास चतुर्वेदी

मूल्य: Rs. 395

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